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रविवार, 13 फ़रवरी 2011

लड़की

लड़की शाम को साइकिल चलाती थी
एक दिन उसकी माँ ने,
जो उसे बहुत प्यार करती थी,
कहा-
बेटा फ्राक पहन कर साइकिल मत चलाया कर
लड़की ने फ्राक से ज्यादा तवज्जो साइकिल को दी

शाम को दादी आँगन में बैठती
और छत पर बैठते कौवे
लड़की तेल डालकर दादी की चोटियाँ गूँथ देती
कौवों को उड़ाती धा-धा
और तब तक उन्हें उड़ता देखती
जब तक की उसकी आँखों का रंग आसमानी न हो जाता
कभी-कभी उसकी आसमानी आँखें
पड़ोस की छत पर खड़े लड़के की काली आँखों से टकरा जातीं
और लड़की के कान लाल हो जाते

फिर एक दिन लड़की के सपने में
वही लड़का आया
वह किसी और के साथ प्रेमरत था
मगर कनखियों से उसे देख रहा था
लड़की जब बिना बात के हंसने लगी
तो उसकी माँ ने,जो उसे बहुत प्यार करती थी,ताड़ लिया
की लड़की प्रेम में पड़ चुकी है

लड़की की लड़के से शादी हो गई
लड़के ने उसे बताया कि उसके पास उसके लिए
एक छोटा सा संसार है
और वह सच बोल रहा था
लड़की जो भी चाहती
उसे तत्क्षण मिल जाता
सिनेमा,हाज़िर
गोलगप्पे,हाज़िर
बिंदी-चूड़ी,हाज़िर
कपडे,गहने,हाज़िर
पूजा का थाल,विष्णु भगवान हाज़िर

वह जब चाहती लड़के की छाती से लग जाती
और घनी मूछों में छिपे उसके होठों को गीला कर देती
मगर फिर उसका मन उचटने लगा
उसने लड़के से गुजारिश की -
मझे कहीं सैर पर ले चलो
लड़का फ़ौरन राजी हो गया
वह उसे घर के पिछवाड़े वाले हिल  स्टेशन पर ले गया
लड़की को अच्छा तो लगा
पर कुछ अजीब भी लगा
वह जिद करने लगी कि
उसे पहाड़ों के उस पार जाना है
लड़का उसे देर तक समझाता रहा
उसकी माँ,जो उसे बहुत प्यार करती थी,ने भी
उसे फ़ोन पर समझाया
तो वह इस शर्त के साथ मान गयी कि
लड़का उसे 'बीच' पर ले कर जायेगा
लड़का पहले की तरह फ़ौरन राजी हो गया

वह उसे घर के बगीचे से लगे 'बीच'पर ले कर गया
'बीच'ने तो लड़की का जैसे मन मोह लिया
उसने फिर घनी मूछों में छिपे होठों को गीला करने की कोशिश की
और मचलते हुए कहा-
मुझे समंदर का दूसरा सिरा देखना है
लड़के ने इस बार लड़की की बातों को अनसुना कर दिया
उसने कैमरा निकाल लिया
लड़की खुश हो कर
अलग-अलग पोज में फोटो खिंचवाने लगी .          

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